Thursday 23 June 2011

शिक्षा


  1. अपना ध्यान सदा श्री गुरु महाराज जी के श्री चरणों में लगाये रखो और श्री आज्ञा का पालन करो | सतगुरु ही सुख का   सागर हैं |
  2. हर स्थिति में गुरु का दामन मजबूती से पकड कर रखो, उन पर विश्वास रखो, प्रार्थना करो, वो हर परिस्थिति में  अपने  सेवक  की रक्षा करते हैं |
  3. जब अवगुण देखने हों तो अपने देखो और जब गुण देखने हों तो दूसरों के देखो |
  4. जो दूसरों के लिए खड्डा खोदता है, वो खुद उस खड्डे में गिर जाता है |
  5. खुद को निमाणा मानो | सतगुरु ही सर्वोपरि हैं | यदि तुम सतगुरु से प्रेम करते हो तो दूसरों से भी बड़े प्रेम,  नम्रता  और  आदरपूर्वक  व्यवहार करो | 

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